A REVIEW OF हिंदी कहानियां

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हिंदी कहानी मजेदार

अपने होठ चाट रहा था. उसके भोजन की घड़ियाँ बीत रही थी, कुछ ही देर में कोई पशु नही आया तो वह शिकार को चल पड़ेगा.

तुम्हारी अपनी वस्तु तो केवल भजन भक्ति और तुम्हारे अच्छे कर्म हैं, जो तुम्हारे परलोक के संगी साथी हैं, शेष सब कुछ तो तुम्हारा यही रह जाएगा.

महात्मा जी ने कहा हम लोग भूमि से पूछकर निर्णय करते हैं. यह कहकर उन्होंने अपने कान भूमि के साथ लगाया, मानों कुछ सुनने का प्रयत्न कर रहे हो.

उन्होंने रामास्वामी के साथ अपनी पुत्री का विवाह कर दिया.

उसने खेत के मालिक से कहा-छांटकर अच्छी-सी भेड़ ले लो,और इस निरीह कुरज को छोड़ दे, खेत का मालिक लोभी था.

समदा रे कांठे ब्याई म्हारा बीर – टमरकटूँ

इतने में कुछ बच्चे और गुरुजी दौड़ते हुए आए. शीला के साहस की बात चारों और फ़ैल गईं. सभी ने उसकी प्रशंसा की.

तब वह कुरज उन बच्चों के चुग्गे की खोज में उड़ी. उड़ते-उड़ते उन्हें तोते के पंख जैसा हरा खेत नजर आया.

इस हिंदी में कहानी के कुछ शब्द और वाक्य मायड भाषा (राजस्थानी) के ही हैं.

देखि सुदामा की दीन दशा करुना करिकै करुणानिधि रोए

इसलिए मैं चाहता हूँ कि सभी शिष्य विवाह में लगने वाली सामग्री एकत्र करे.

एक महात्मा जी कही जा रहे थे. मार्ग में उन्होंने एक स्थान पर दो व्यक्तियों को ऊँची आवाज में बोलते हुए सुना. दोनों ही हाथों में लठ लिए हुए एक दूसरे के प्राण लेने को तैयार दिखाई दे रहे थे.

थोड़ी देर बाद उसे लगा कि उसके सिर पर कोई हाथ फेर रहा हैं. जब उमा ने नजर उठाकर देखा तो सामने उसकी माँ थी वह समझाते हुई बोली, बेटा कोई भी काम बिगाड़ना आसान है मगर उसे बनाना बहुत कठिन हैं.

एक बार एक मोर था जो बहुत सुन्दर था, उसके पंख बेहद खूबसूरत थे। एक दिन खूब झम–झम बारिश हुई और मोर नाचने लगा। नाचते हुए वह अपनी खूबसूरती को निहार रहा था, पर अचानक उसका ध्यान उसकी आवाज पर गया, जो कि बेहद बेसुरा और कठोर था। इस बात का एहसास होते ही वह बेहद उदास हो गया और उसके आंखों में आंसू आ गएं। तभी अचानक, उसे एक कोयल गाती हुए सुनाई दी।

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